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Domestic violence, Emotional Abuse को कैसे पहचानें?

Emotional Abuse

इमोशनल अब्यूज़: सिर्फ मार नहीं, मनोवैज्ञानिक हिंसा भी है खतरनाक (domestic violence, emotional abuse)

जब हम ‘घरेलू हिंसा’ की बात करते हैं, तो ज़्यादातर लोगों के ज़हन में शारीरिक हिंसा की तस्वीर आती है . लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, घरेलू हिंसा का एक बेहद खामोश और खतरनाक रूप है – इमोशनल या मानसिक शोषण , जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है .

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क्या है इमोशनल अब्यूज़? (Domestic violence, Emotional abuse)

वरिष्ठ काउंसलर डॉ. सुमेधा श्रीवास्तव कहती हैं, “इमोशनल अब्यूज़ यानी जब किसी व्यक्ति को बार-बार अपमानित किया जाए, नीचा दिखाया जाए, डराया या कंट्रोल किया जाए – बिना उसे छुए . यह रिश्ता जहरीला बनाता है और व्यक्ति की आत्म-छवि को पूरी तरह तोड़ देता है .”

घरेलू मानसिक शोषण के प्रमुख संकेत (Domestic violence, Emotional abuse)

  • लगातार आलोचना और अपमान
  • बात-बात पर ताना मारना
  • सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करना
  • उपलब्धियों को नजरअंदाज करना

भावनात्मक ब्लैकमेल

  • “अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो मैं खुद को नुकसान पहुंचा लूंगा .”
  • प्यार के बदले में शर्तें रखना

एकांत में डालना (Isolating)

  • दोस्तों/परिवार से मिलने से रोकना
  • सोशल मीडिया या फोन पर नजर रखना

कंट्रोलिंग बिहेवियर

  • क्या पहनना है, कहां जाना है, किससे बात करनी है – सब पर कंट्रोल
  • निर्णय लेने की स्वतंत्रता छीनना

गैसलाइटिंग (Gaslighting)

  • आपकी सच्चाई पर सवाल उठाना
  • कहानियों को इस तरह तोड़ना कि आपको खुद पर शक हो

डर और चिंता का माहौल

  • सामने वाले के सामने बोलने या फैसले लेने में डर लगना
  • हमेशा गलती अपनी मान लेना

डॉ. आदित्य तिवारी (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट) की राय, “इमोशनल अब्यूज़ शारीरिक हिंसा से कहीं ज्यादा लंबे समय तक असर करता है . पीड़ित व्यक्ति आत्मविश्वास खो देता है, डिप्रेशन में चला जाता है और आत्महत्या तक के विचार आ सकते हैं.”

क्यों नहीं पहचान पाते लोग?

  • समाज में “ये तो नॉर्मल है” जैसी सोच
  • डर कि परिवार टूट जाएगा
  • आर्थिक निर्भरता
  • शर्म या सामाजिक बदनामी का डर

क्या करें अगर आप इमोशनल अब्यूज़ का शिकार हैं?

  1. पहचानें कि यह अब्यूज़ है – इसे नॉर्मल न मानें .
  2. किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें – दोस्त, परिवार या थैरेपिस्ट से .
  3. हेल्पलाइन और काउंसलिंग सेंटर से संपर्क करें .
  4. लिखें – एक डायरी रखें ताकि खुद को समझने में मदद मिले .
  5. अगर ज़रूरी हो तो कानूनी रास्ता अपनाएं .
  6. महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर: 181 – महिला हेल्पलाइन
    1091 – पुलिस महिला हेल्पलाइन
    NCW (राष्ट्रीय महिला आयोग) – 7827-170-170 इमोशनल अब्यूज़ दिखता नहीं, पर असर बहुत गहरा करता है . यह धीरे-धीरे एक इंसान की आत्मा को खत्म कर देता है . अगर आप या कोई जानने वाला इस स्थिति में है, तो चुप मत रहिए – सहायता लेना कमजोरी नहीं, हिम्मत है .
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