किशनगंज: बिहार की उभरती राजनीतिक ताकत जनसुराज पार्टी को किशनगंज से एक बड़ा झटका लगा है. जिले की प्रतिष्ठित नेता और पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजबी ने पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
नुदरत महजबी ने अपना इस्तीफा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से भेजा है, जिसमें उन्होंने खुद को संस्थापक सदस्यता से भी मुक्त करने का आग्रह किया है. हालाँकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस्तीफे के कारणों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह फैसला पार्टी के आंतरिक मामलों में असहमति या रणनीतिक असंतोष का नतीजा हो सकता है.
नुदरत महजबी किशनगंज जिले में एक मजबूत राजनीतिक पहचान रखती हैं. जिला परिषद अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने स्थानीय स्तर पर काफी काम किया और कई समुदायों में प्रभावशाली मानी जाती रही हैं. उनके इस कदम से जनसुराज पार्टी की संगठनात्मक स्थिति पर गहरा असर पड़ सकता है, खासकर सीमांचल क्षेत्र में.
जनसुराज पार्टी, जिसे प्रशांत किशोर ने बिहार में एक वैकल्पिक राजनीतिक विकल्प के रूप में खड़ा करने की कोशिश की है, लगातार प्रदेश में अपने आधार का विस्तार कर रही थी. ऐसे में पार्टी की एक प्रमुख महिला नेता का इस्तीफा पार्टी के लिए राजनीतिक और प्रतीकात्मक दोनों रूपों में नुकसान माना जा रहा है.
इस घटनाक्रम ने किशनगंज के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. यह देखना अब दिलचस्प होगा कि नुदरत महजबी आगे किस राजनीतिक दल का रुख करती हैं, या स्वतंत्र रूप से कोई नई पहल शुरू करती हैं.
Leave a Reply