सीवान. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की प्रेस वार्ता के बाद सीवान की सियासत गरमा गई है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव के फेसबुक पोस्ट ने हलचल बढ़ा दी है. उन्होंने शहाबुद्दीन के नाम पर हो रही चर्चा को बेकार बताया साथ ही अपराध पर गंभीर सोच की बात कही।
Info: Tej Pratap Yadav की पार्टी का नाम, एजेंडा, चुनौतियां?
ओमप्रकाश यादव ने लिखा— “जो आदमी इस दुनिया में नहीं है, उसके नाम पर चर्चा कर अपराध नहीं रुकता.अगर यह प्रेस वार्ता उनके जीवित रहते होती तो समर्थन मिलता.अब जब सरकार और प्रशासन दोनों हमारे हैं, तो जिम्मेदारी भी हमारी ही है।”
इस बयान को भाजपा के भीतर नाराजगी और बाहर राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है.स्थानीय विश्लेषकों का मानना है कि यह पोस्ट मुस्लिम समाज को साधने की रणनीति हो सकती है.साथ ही राजद के प्रति नरम रुख का संकेत भी माना जा रहा है.उन्होंने प्रेस वार्ता की आलोचना कर भाजपा की रणनीति पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि यह पोस्ट उनके समधी और राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी को फायदा पहुंचाने की कोशिश है.अवध बिहारी चौधरी बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हैं और सीवान सदर से राजद के विधायक हैं.ओमप्रकाश यादव और चौधरी के बीच पारिवारिक संबंध हैं.यही रिश्तेदारी अब भाजपा के लिए असहज स्थिति पैदा कर रही है।
पूर्व सांसद का यह पोस्ट भाजपा की एकता और रणनीति पर सवाल खड़ा करता है.इसे नाराजगी की अभिव्यक्ति या विरोधी खेमे को परोक्ष मदद पहुंचाने की चाल माना जा रहा है.भाजपा की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.लेकिन अंदरखाने हलचल तेज है।
सीवान की राजनीति में अब विचारधारा से ज्यादा रिश्तेदारियां असर डाल रही हैं.भाजपा और राजद के बीच की खींचतान अब व्यक्तिगत समीकरणों पर आ टिकी है.विधानसभा चुनाव से पहले यह बयान और उस पर पार्टी का रुख आगे की सियासत तय करेगा।
अब सबकी नजर भाजपा के रुख पर है.देखना होगा कि पार्टी इस बयान पर सख्त कदम उठाती है या चुप्पी साधती है.
Leave a Reply