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Digital Literacy कैसे बढ़ाएं: टीनएजर्स के लिए गाइड

Digital Literacy: आज के समय में डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) सिर्फ कंप्यूटर चलाना आना या इंटरनेट इस्तेमाल करना भर नहीं है. यह एक ऐसी जरूरी स्किल है, जो हर भारतीय टीनएजर के लिए शिक्षा, करियर, रोजमर्रा की जिंदगी, और समाज में सक्रिय भागीदारी के लिए अनिवार्य बन चुकी है. डिजिटल इंडिया के दौर में, जब हर सरकारी सेवा, बैंकिंग, पढ़ाई, और मनोरंजन ऑनलाइन हो गया है, तब डिजिटल साक्षरता ( Digital Literacy) के बिना आगे बढ़ना लगभग असंभव है.

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डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy ) क्या है?

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) का मतलब है—कंप्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट और अन्य डिजिटल टूल्स को समझना, इस्तेमाल करना, और उनसे जुड़े जोखिमों को पहचानना. इसमें सिर्फ तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि डिजिटल जानकारी को ढूंढना, उसका मूल्यांकन करना, सुरक्षित रहना, और डिजिटल दुनिया में जिम्मेदारी से व्यवहार करना भी शामिल है.

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सरकार के अनुसार, एक डिजिटल साक्षर व्यक्ति वह है जो कंप्यूटर/डिजिटल डिवाइस चला सके, ईमेल भेज-रिसीव कर सके, इंटरनेट ब्राउज़ कर सके, ऑनलाइन सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सके, और डिजिटल लेन-देन कर सके.

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) के मुख्य तत्व

डिजिटल साक्षरता के कई महत्वपूर्ण पहलू होते हैं

  • तकनीकी कौशल: कंप्यूटर, मोबाइल, टैबलेट, इंटरनेट, ऐप्स का उपयोग.
  • सूचना की समझ: सही जानकारी ढूंढना, उसे जांचना और इस्तेमाल करना.
  • संचार: ईमेल, सोशल मीडिया, वीडियो कॉलिंग आदि के जरिए संवाद करना.
  • सामग्री निर्माण:डॉक्यूमेंट, फोटो, वीडियो, प्रेजेंटेशन बनाना और शेयर करना.
  • सुरक्षा और गोपनीयता: अपने डेटा और पहचान को सुरक्षित रखना, साइबर खतरों से बचना.
  • समस्या समाधान: डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल करके समस्याओं का हल निकालना.
  • कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी:डिजिटल दुनिया में सही और कानूनी व्यवहार करना, जैसे कॉपीराइट, डेटा प्राइवेसी, और ऑनलाइन एथिक्स.

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) क्यों जरूरी है?

  1. शिक्षा और करियर:
    ऑनलाइन क्लासेस, ई-लर्निंग, डिजिटल असाइनमेंट, और प्रोजेक्ट्स के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी है. आजकल जॉब्स में भी डिजिटल स्किल्स की मांग बढ़ गई है.
  2. सरकारी सेवाओं तक पहुंच:
    आधार, डिजिलॉकर, ऑनलाइन बैंकिंग, सरकारी स्कॉलरशिप, और अन्य सेवाएँ अब डिजिटल हो चुकी हैं. इनका लाभ उठाने के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी है.
  3. सामाजिक भागीदारी:
    सोशल मीडिया, ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन वोटिंग, और नागरिक सेवाओं में भाग लेने के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी है.
  4. आर्थिक अवसर:
    डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन मार्केटिंग, फ्रीलांसिंग, और स्टार्टअप्स के लिए डिजिटल नॉलेज जरूरी है.
  5. सुरक्षा:
    साइबर अपराध, फेक न्यूज, और ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए डिजिटल साक्षरता सबसे बड़ा हथियार है. भारत में डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) की स्थिति
  • भारत में केवल 38% घरों में ही डिजिटल साक्षरता है, जिसमें शहरी क्षेत्र 61% और ग्रामीण क्षेत्र मात्र 25% हैं.
  • डिजिटल डिवाइड (Digital Divide) यानी ग्रामीण और शहरी, अमीर और गरीब के बीच डिजिटल ज्ञान का फर्क, एक बड़ी चुनौती है.
  • सरकार ने National Digital Literacy Mission (NDLM) और PMGDISHA जैसी योजनाएँ शुरू की हैं, जिनका उद्देश्य हर नागरिक को डिजिटल साक्षर बनाना है.

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) के लिए सरकारी पहल

  • National Digital Literacy Mission (NDLM):
    हर परिवार से कम से कम एक सदस्य को डिजिटल साक्षर बनाना, ताकि वह कंप्यूटर और इंटरनेट का बेसिक इस्तेमाल कर सके.
  • PMGDISHA (Pradhan Mantri Gramin Digital Saksharta Abhiyan):
    ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना.
  • डिजिटल इंडिया अभियान:
    हर नागरिक को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना, ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन सेवाएँ, और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना.

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) के कानूनी और नैतिक पहलू

  • IT एक्ट 2000:
    डिजिटल दुनिया में अपराध, डेटा चोरी, और ऑनलाइन फ्रॉड के लिए कानूनी प्रावधान.
  • डेटा प्रोटेक्शन बिल:
    व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा के लिए कानून.
  • कॉपीराइट और प्लैगरिज्म:
    डिजिटल कंटेंट का सही इस्तेमाल और दूसरों के अधिकारों का सम्मान.
  • नेटिकट (Netiquette):
    ऑनलाइन व्यवहार के नियम—जैसे दूसरों का सम्मान, गलत जानकारी न फैलाना, और साइबरबुलिंग से बचना.

डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) आज के भारतीय टीनएजर्स के लिए उतनी ही जरूरी है, जितनी सामान्य पढ़ाई. यह न सिर्फ करियर और शिक्षा के लिए, बल्कि सुरक्षित, जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनने के लिए भी अनिवार्य है.

सरकार, स्कूल, परिवार और समाज—सभी को मिलकर डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि हर युवा डिजिटल इंडिया के सपने को साकार कर सके. ये हम सब के लिए बेहद जरूरी है कि हम भी सतर्क रहे और दूसरों को भी जागरूक बनाए.

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