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Teenagers की 9 उलझन समझिए : समस्या और समाधान

Teenagers की 9 उलझन समझिए : समस्या और समाधान

किशोरावस्था मानव जीवन का एक बेहद संवेदनशील और बदलावों से भरा हुआ दौर होता है. इस समय बच्चों में शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कई बदलाव आते हैं. इस बदलाव के दौर में उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जैसे –

1.आत्म-विश्वास की कमी

  1. शारीरिक बदलावों से परेशान
  2. पढ़ाई का दबाव
  3. सोशल मीडिया की लत
  4. पारिवारिक अपेक्षाएँ
  5. अकेलापन और डिप्रेशन
  6. दोस्ती और सामाजिक दबाव
  7. प्रेम संबंधों की उलझन
  8. करियर को लेकर असमंजस

मनोचिकत्सक डॉ.तरुण निगम ने बताया किशोर अपने बारे में उलझन में रहते हैं कि वे क्या हैं और क्या बनना चाहते हैं. बढ़ती उम्र के साथ शरीर में हो रहे बदलाव उन्हें शर्मिंदा करते हैं. अच्छे नम्बर लाने के लिए वे हमेशा चिंता में रहते हैं. मोबाइल और इंटरनेट का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल उनके समय और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है.अभिभावकों की उम्मीदें कई बार किशोरों को मानसिक रूप से परेशान करती हैं. भावनात्मक अस्थिरता की वजह से वे अक्सर अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं. किशोरों में अपने दोस्तों जैसा बनने की होड़ उन्हें गलत फैसले लेने पर मजबूर कर सकती है. प्रेम या आकर्षण के चलते वे भावनात्मक रूप से टूट सकते हैं. माता-पिता से खुलकर बात न कर पाने के कारण वे और ज़्यादा परेशान हो जाते हैं.

विशेषज्ञ कहते हैं ऐसे में अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों से खुलकर बात करें और उन पर दबाव न बनाएं. स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाए जाएं. उन्हें आत्मनिर्भर और आत्म-विश्वासी बनने के प्रेरित किया जाए.सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर नियंत्रण हो.

किशोरों की समस्याएं गंभीर हैं लेकिन इनमे सुधार किया जा सकता है समाज, स्कूल और परिवार सभी को मिलकर किशोरों के बेहतर भविष्य की दिशा में काम करना होगा.

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