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होम्योपैथी: पिंपल्स, एलर्जी, पेट की प्रॉब्लम, स्ट्रेस और एंग्जायटी

आजकल बहुत से लोग अपनी सेहत के लिए नेचुरल और जेंटल तरीकों की तरफ बढ़ रहे हैं. होम्योपैथी का ट्रेंड हर उम्र के लोगों में बढ़ रहा है. बहुत से लोग क्रॉनिक बीमारियों जैसे एलर्जी, स्किन प्रॉब्लम्स और डाइजेशन इश्यूज़ के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन्स ट्राई कर रहे हैं, क्योंकि इनका साइड-इफेक्ट बहुत कम होता है.

क्या है होम्योपैथी?

होम्योपैथी एक अल्टरनेटिव मेडिकल सिस्टम है, जिसमें मेडिसिन्स प्लांट्स, मिनरल्स और कुछ एनिमल प्रोडक्ट्स से बनाई जाती हैं. इन मेडिसिन्स को एक खास प्रोसेस से तैयार किया जाता है, जिसे पोटेंटाइजेशन कहते हैं. इसमें दवाई को बार-बार डायल्यूट और शेक किया जाता है, जिससे मेडिसिन सेफ और जेंटल बनती है. इसमें स्टेरॉयड्स या हार्श केमिकल्स नहीं होते, इसलिए ये बॉडी के लिए हानिकारक नहीं मानी जाती.

क्यों पसंद कर रहे हैं लोग होम्योपैथी?

आज की बिज़ी लाइफ में हर उम्र के लोगों को कई हेल्थ प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ती हैं, जैसे –

  • एक्ने या पिंपल्स
  • एलर्जी
  • पेट की प्रॉब्लम्स
  • स्ट्रेस और एंग्जायटी

एलोपैथिक मेडिसिन्स कभी-कभी साइड इफेक्ट्स दे सकती हैं या लॉन्ग-टर्म यूज़ से प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. ऐसे में होम्योपैथी एक सेफ ऑप्शन बनकर सामने आई है. इसमें ट्रीटमेंट पेशेंट के पूरे बॉडी और माइंड को ध्यान में रखकर किया जाता है, न कि सिर्फ बीमारी को.

होम्योपैथी के एक्सपर्ट Dr. R.K. Kanoujia बताते हैं –

“होम्योपैथी पेशेंट को पूरी तरह से देखती है, सिर्फ बीमारी को नहीं. हमारा फोकस बॉडी की नैचुरल हीलिंग पावर को एक्टिवेट करने पर होता है, जिससे बिना साइड इफेक्ट के लॉन्ग-लास्टिंग रिलीफ मिल सकता है.”

Dr. Kanoujia आगे कहते हैं, “हर उम्र के लोगों के लिए होम्योपैथी सेफ और इफेक्टिव है, खासकर जब उन्हें बार-बार होने वाली प्रॉब्लम्स या क्रॉनिक इश्यूज़ हों. लेकिन हमेशा किसी क्वालिफाइड डॉक्टर से ही ट्रीटमेंट लेना चाहिए.”

क्या होम्योपैथी साइंटिफिक है?

होम्योपैथी को लेकर साइंस में डिबेट है. कुछ लोग मानते हैं कि ये सिर्फ प्लेसीबो इफेक्ट है, लेकिन इंडिया में लाखों लोग इसे यूज़ करते हैं और पॉजिटिव रिज़ल्ट्स शेयर करते हैं. गवर्नमेंट भी कई जगह होम्योपैथी क्लिनिक्स को सपोर्ट करती है.

होम्योपैथी के फायदे

  • साइड इफेक्ट्स बहुत कम होते हैं .
  • मेडिसिन्स नैचुरल होती हैं .
  • क्रॉनिक बीमारियों में भी रिलीफ मिल सकता है .
  • ट्रीटमेंट पर्सनलाइज़्ड होता है – हर पेशेंट के लिए अलग दवा .
  • सभी उम्र के लिए सेफ मानी जाती है. क्या ध्यान रखें?
  • हमेशा रजिस्टर्ड और क्वालिफाइड होम्योपैथिक डॉक्टर से ही ट्रीटमेंट लें .
  • सेल्फ-मेडिकेशन से बचें .
  • अगर कोई सीरियस बीमारी है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें .
  • मेडिसिन्स को प्रॉपर तरीके से लें, डॉक्टर की इंस्ट्रक्शंस फॉलो करें.

हर उम्र के लोगों के लिए होम्योपैथी एक जेंटल और सेफ हेल्थ ऑप्शन बन सकता है. अगर आप भी कोई हेल्थ इश्यू फेस कर रहे हैं, तो होम्योपैथी को एक बार ट्राई कर सकते हैं – लेकिन हमेशा एक्सपर्ट की गाइडेंस में. Dr. Kanoujia जैसे एक्सपीरियंस्ड डॉक्टर से कंसल्ट करें और अपनी सेहत को प्रायोरिटी दें. याद रखिए, हेल्दी रहना है तो सही इंफॉर्मेशन और सही ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है.

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