लखीसराय : सुशासन सप्ताह के अंतर्गत भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती ‘किसान दिवस’ के अवसर पर लखीसराय जिले में किसानों के हित में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण शिविर एवं मेला का आयोजन किया गया। लखीसराय केआरके हाई स्कूल मैदान में प्रारंभ हुआ।
इस दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण शिविर का उद्घाटन माननीय विधायक सूर्यगढ़ा, श्री रामानंद मंडल द्वारा फीता काटकर किया गया। उद्घाटन के पश्चात सूर्यगढ़ा के विधायक रामानंद मंडल, डीएम मिथिलेश मिश्र, जिला कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार,नगर परिषद सभापति अरविंद पासवान तथा अन्य वरीय पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई।

आधुनिक तकनीक से ही किसानों की आय में होगी वृद्धि : डीएम
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों की आर्थिक मजबूती को निरंतर बनाए रखने के लिए विज्ञान एवं आधुनिक तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक पद्धतियों और नवीन तकनीकों को अपनाने से ही किसानों की आय में वृद्धि संभव है। कृषि यांत्रिकीकरण के माध्यम से न केवल उत्पादन लागत में कमी आती है, बल्कि समय की भी बचत होती है, जिससे किसान अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं।
जिला पदाधिकारी ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने उपस्थित किसानों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। इस अवसर पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में किसानों ने अपनी समस्याएं एवं सुझाव भी साझा किए, जिनका समाधान संबंधित पदाधिकारियों द्वारा करने का आश्वासन दिया गया।

सात निश्चय–3 योजना की दी जानकारी
कार्यक्रम के दौरान जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा सात निश्चय–3 योजना की विस्तृत जानकारी भी दी गई। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत कृषि, रोजगार, शिक्षा, सिंचाई तथा ग्रामीण विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं, जिनका सीधा लाभ किसानों एवं ग्रामीण जनता को मिलेगा।
आधुनिक कृषि यंत्र बने आकर्षण का केंद्र
इस कृषि यांत्रिकीकरण मेले में विभिन्न यंत्र आपूर्तिकर्ताओं द्वारा आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन किया गया। किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित अनुदानित दरों पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे छोटे एवं सीमांत किसान भी आधुनिक तकनीक को अपनाने में सक्षम हो सकें। ट्रैक्टर चालित यंत्र, पावर टिलर, बीज ड्रिल, स्प्रे मशीन, थ्रेसर सहित कई उन्नत कृषि उपकरण किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे।

विभागीय स्टॉलों से मिली योजनाओं की जानकारी
मेले में कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों—जैसे कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग आदि—द्वारा अपने-अपने स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉलों के माध्यम से किसानों को विभागीय योजनाओं, अनुदान, प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहायता की विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों द्वारा किसानों को योजनाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया एवं पात्रता की जानकारी भी दी गई।
यह दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण शिविर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने तथा उनकी आय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। कार्यक्रम में किसानों की सक्रिय भागीदारी यह दर्शाती है कि जिले के किसान नई तकनीकों को अपनाने के लिए उत्साहित हैं।

इस अवसर पर स्थापना उपसमाहर्ता शशि कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, कृषि से संबंधित विभागों के पदाधिकारी,बड़ी संख्या में जिले के किसान एवं कृषि उद्यमी उपस्थित रहे।
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