Advertisement

AI का कमाल: कैसे आपके गैजेट्स बन गए सुपर स्मार्ट?

आज के इस आधुनिक युग में हम सब तकनीक पर आश्रित हो चुके है. हर किसी के पास हर तरह के डिवाइसेज हैं जैसे स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच, लैपटॉप, टीवी या फिर होम असिस्टेंस, और जैसे जैसे समय आगे बढ़ रहा है यह डिवाइसेज भी दुगनी तेज़ी से स्मार्ट होते जा रहे है. इसका सबसे बड़ा कारण है AI (artificial intelligence) यह तकनीक ना तो केवल डिवाइसेज को समझदार बनाती है बल्कि उन्हें हमारी जरूरतों के हिसाब से काम करने के काबिल भी बनाती है.

एआई क्या है?

एआई एक ऐसा सॉफ्टवेर है जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने समझने और काम करने के काबिल बनाता है. ये सॉफ्टवेर कंप्यूटर, स्मार्टफोन और अन्य डिवाइसेज को इस काबिल बनाता है कि वह उसी तरह से respond करें जैसा लोग चाहते है.

आज के समय में एआई इतना आगे बढ़ चुका है कि छोटे बच्चे से लेकर बड़े बूढ़े तक उसपे आश्रित हो चुके हैं, वे अपने छोटे से छोटे काम तक एआई की ही मदद से करते हैं.

एआई कैसे हमारे गैजेट्स को स्मार्ट बनाता है?

स्मार्टफोन में एआई-

  • स्मार्टफोन के कैमरा में ये फीचर आ गया है कि वह ऑटोमैटिक आपके चेहरे, लाइटिंग, और बैकग्राउंड को देखकर तस्वीर को बेहतर बना देता है.
  • Google assistant, Siri जैसे वॉइस असिस्टेंट एआई की ही मदद से काम करते है.आप जो बोलते हैं ,ये उसे समझकर जवाब देते है.
  • जो भी आप search करते हो किसी भी search engine platform पर एआई उसे डिटेक्ट करके उससे जुड़ी हुई चीज़े बाकी प्लेटफॉर्म्स पर जरूर दिखता है, जैसे अगर आपने google पर सर्च किया shoes for men तो एआई उसको आपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर advertisement के रूप में दिखता है.

स्मार्टवॉच और फिटनेस गैजेट्स में एआई-

  • स्मार्टवॉच में हार्ट रेट सेंसर, GPS, एक्सेलेरोमीटर, gyroscope और SpO2 सेंसर लगे होते है जो आपकी दिल की धड़कन, नींद की गुणवत्ता, कदमों की गिनती और चलने दौड़ने की गति आदि का डेटा लेते हैं.
  • अगर आप सुबह रोज 8 बजे उठते हैं, तो घड़ी अपने आप ही अलार्म सजेस्ट करने लगती है

स्मार्ट होम डिवाइस में एआई –

  • आप जो भी शो, फिल्में, या चैनल देखते है ये उसी के अनुसार आपको शो या चैनल सजेस्ट करता है.जैसे netflix और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म एआई एल्गोरिदम का उपयोग करके आपके स्वाद के अनुसार सामग्री की सिफारिश करते हैं, जिससे आपको अपना पसंदीदा शो, फ़िल्म या चैनल खोजने में कम समय लगता है.
  • होम असिस्टेंट्स (जैसे Amazon alexa और Google nest) ये सिर्फ़ आपकी आवाज़ सुनके ही टीवी, पंखे और लाइट्स को कंट्रोल करते है.
  • स्मार्ट थर्मोस्टेट, ये आपके कमरे के तापमान को आपके के इच्छा के अनुसार एडजस्ट कर देता है.

एआई ने हमारे गैजेट्स को स्मार्ट तो बना दिया लेकिन इसका एक सबसे बड़ा नुकसान ये है कि सभी लोग उसपर आश्रित हो चुके हैं और ये इंसानी सोच और एक्टिविटी को प्रभावित करता है.

एआई ने ना केवल हमारे गैजेट्स को स्मार्ट बनाया है बल्कि उसे सहयोगी और सुरक्षित भी बना दिया है.आजकल के स्मार्ट गैजेट्स ना सिर्फ हमारी बात सुनते है, बल्कि हमारी आदतों से सीखकर उसी के अनुसार काम भी करते है. आने वाले समय में ये गैजेट्स और भी ज़्यादा स्मार्ट होंगे और हमारी ज़िंदगी और आसान, सुरक्षित और मजेदार हो जाएगी. अब सवाल ये नहीं है की गैजेट्स कितने स्मार्ट है, बल्कि ये है कि हम उसका कितना स्मार्टली इस्तेमाल कर पा रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *