HealthTips: आमतौर पर हार्ट अटैक को सीने में तेज दर्द से जोड़ा जाता है, लेकिन मेडिकल साइंस बताती है कि हर हार्ट अटैक दर्दनाक नहीं होता. कई मामलों में दिल का दौरा बिना किसी तेज दर्द के आता है, इसे ही Silent Heart Attack (खामोश हार्ट अटैक) कहा जाता है, यही वजह है कि यह और भी ज़्यादा खतरनाक साबित होता है.
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क्या होता है Silent Heart Attack?
Silent Heart Attack वह स्थिति है जिसमें दिल की मांसपेशियों को नुकसान तो होता है, लेकिन स्पष्ट और तेज़ लक्षण दिखाई नहीं देते। व्यक्ति इसे सामान्य थकान, गैस, तनाव या कमजोरी समझकर नजरअंदाज कर देता है, और इलाज में देरी हो जाती है. Silent Heart Attack के आम लेकिन खतरनाक संकेत हालांकि इसमें सीने का दर्द नहीं होता, फिर भी शरीर कुछ संकेत जरूर देता है. अचानक अत्यधिक थकान, बिना मेहनत के पसीना आना, सांस फूलना या घुटन महसूस होना, चक्कर आना या हल्का सिर घूमना, मतली या उलटी जैसा महसूस होना, जबड़े, पीठ या कंधे में हल्का दर्द, बेचैनी या घबराहट, इन लक्षणों को अक्सर लोग सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, जो जानलेवा हो सकता है.
कौन लोग ज्यादा जोखिम में होते हैं?
Silent Heart Attack का खतरा इन लोगों में अधिक होता है. डायबिटीज के मरीज, हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग, धूम्रपान करने वाले, मोटापा या तनाव में रहने वाले लोग, 40 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष, मेनोपॉज के बाद की महिलाएं.
Silent Heart Attack क्यों होता है ज्यादा खतरनाक?
मरीज को समय पर पता नहीं चलता, इलाज में देरी हो जाती है, दिल को स्थायी नुकसान हो सकता है. भविष्य में बड़ा हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है, कई बार यह समस्या ECG या हेल्थ चेकअप के दौरान ही पकड़ में आती है.
बचाव कैसे करें?
नियमित हार्ट चेकअप कराएं, ब्लड शुगर और BP कंट्रोल में रखें, धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं, रोजाना हल्की एक्सरसाइज और वॉक करें, ज्यादा तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें.
























