Advertisement

Aniruddhacharya पर केस दर्ज: आजकल बेटियों की शादी 25 साल में होती है, तब तक वह कई जगह मुंह मार चुकी होती हैं!

aniruddhacharya

मथुरा : महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवादों में घिरे कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज की कानूनी मुश्किलें बढ़ गई हैं। उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) उत्सव राज गौरव की अदालत ने उनके खिलाफ दायर की गई याचिका (परिवाद) को औपचारिक रूप से स्वीकार करते हुए दर्ज कर लिया है। अब इस मामले में कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और कथावाचक को अदालत में अपना पक्ष रखना होगा।

हार्ट अटैक से बचने के 5 आयुर्वेदिक Remedies: जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

क्या था विवादित बयान?

यह पूरा मामला अक्टूबर महीने में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से जुड़ा है। वीडियो में स्वामी अनिरुद्धाचार्य बेटियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने कहा था कि “आजकल बेटियों की शादी 25 साल में होती है, तब तक वह कई जगह मुंह मार चुकी होती हैं।”

डायबिटीज कंट्रोल करें: 5 आयुर्वेदिक Remedies, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

इस बयान के सामने आते ही व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। विभिन्न संगठनों और आम जनता ने इस टिप्पणी को महिलाओं के सम्मान पर सीधा हमला बताते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी।

स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने दी थी सफाई

विवाद बढ़ने के बाद स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने सफाई देते हुए कहा था कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं और उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। हालांकि, इसके बावजूद महिला संगठनों का आक्रोश कम नहीं हुआ और उनके खिलाफ वाराणसी में भी केस दर्ज किया गया था।

मीरा राठौर ने दाखिल की याचिका
इस वायरल टिप्पणी के विरोध में अखिल भारत हिंदू महासभा, आगरा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर ने सीजेएम अदालत में याचिका दायर की थी। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान का गंभीर उल्लंघन बताते हुए कथावाचक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी।

सुनवाई के बाद अदालत ने परिवाद को आधिकारिक तौर पर दर्ज कर लिया है, जिससे यह मामला अब कानूनी दायरे में आ गया है।

अगली सुनवाई 1 जनवरी को

सीजेएम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 1 जनवरी तय की है। इस दिन याचिकाकर्ता (वादी) मीरा राठौर के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद ही मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही का रास्ता साफ होगा।

मीरा राठौर के वकील मनीष गुप्ता ने इसे महिलाओं के सम्मान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम और बड़ी सफलता बताया है। परिवाद दर्ज होने के बाद अब स्वामी अनिरुद्धाचार्य की चुनौतियां बढ़ गई हैं, क्योंकि उन्हें कोर्ट में पेश होकर आरोपों का जवाब देना पड़ेगा। यदि उनके बयान को अभद्र और आपत्तिजनक सिद्ध किया जाता है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

मीरा राठौर ने कहा कि उन्होंने कसम खाई थी कि जबतक मुकदमा दर्ज नही होगा वह चोटी नहीं बांधेगी,अब चोटी बांधने का समय आगया है। अनिरुद्ध आचार्य पर बोलते हुए कहा कि उन्होंने लड़कियों की उम्र को लेकर गलत टिप्पणी की है।