मुरादाबाद। लगातार जल रहे इलेक्ट्रॉनिक कचरे से लोगों की जिंदगी व स्वास्थ्य से खिलवाड हो रहा है। थाना भोजपुर क्षेत्र के जंगलों में इन दिनों सर्दीयों का मौसम आते ही ई-कचरा जलाकर वातावरण को दूषित करने वाले माफियाओं का गैंग सक्रिय हो गया है। रात होते ही अंधेरे का फायदा उठाकर खाली पड़े खेतों में माफिया खुलेआम ई-कचरा जला रहें है।
बच्चे को Ghee लगाना फायदेमंद या नुकसानदायक? जानिए अभी
जिससे प्रदूषण फैल रहा है, और घातक बीमारियां लोगों के घर पर दस्तक दे रही हैं। मोटी रकम कमाने के लालच में डूबे ई-कचरा माफियाओ को किसी की जिंदगी की परवाह नहीं है। यह गैंग पुराने तार जलाकर कॉपर, एल्युमिनियम आदि कीमती धातु निकालते हैं, और अच्छे दामों पर मार्किट में बेच देते हैं। जिससे माफियाओं को मोटा मुनाफा होता हैं।
रात में Socks पहनकर सोना चाहिए या नहीं? जानें विशेषज्ञ की राय
ई-कचरा जलने से वायु दूषित होने के साथ तमाम घातक बीमारियां जन्म लेती हैं, और इससे निकलने वाली खतरनाक जहरीली गैस लोगों को मौत की तरफ ढकेल रही हैं। हालांकि प्रदूषण विभाग कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं। वहीं घंटों तक ई-कचरा जलने से धुएं का गुब्बार आसमान में उठता रहता है। इस प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेना तक दुष्वार हो रहा है।
क्षेत्र में ई-कचरा जलना पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन रहा है। इसके कारण लोग टीवी, फेफड़ों में इन्फेक्शन, सांस की समस्या, कैंसर आदि गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
मुरादाबाद से सहारा समय के लिए बीपी उपाध्याय


























