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घर के इन 3 कोनों में चप्पल बिल्कुल न लेकर जाएं, बड़ा नुकसान

Vastu Shastra: सर्दियों के मौसम में अक्सर लोग घर के अंदर चप्पल पहनकर घूमते रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर के कुछ खास हिस्सों में जूते-चप्पल पहनकर जाना बेहद अशुभ माना जाता है? वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार यह आदत न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाती है, बल्कि घर में अशांति, बाधाएं और स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आ सकती है, आइए जानें वे 3 जगहें जहां भूलकर भी चप्पल पहनकर न जाएं.

इन 3 जगहें भूलकर भी चप्पल पहनकर न जाएं

पूजा घर – घर की पवित्र ऊर्जा का केंद्र
वास्तु के अनुसार पूजा घर घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है, यहाँ जूते-चप्पल पहनकर जाने से सकारात्मक ऊर्जा बाधित होती है, मन में बेचैनी बढ़ती है, पूजा का फल कम मिलता है, पूजा स्थान में शुद्धता सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए यहां नंगे पांव ही जाना शुभ माना जाता है।.

रसोई घर – माता अन्नपूर्णा का वास
भारतीय परंपरा में रसोई को माता अन्नपूर्णा का घर माना जाता है, यहां चप्पल पहनकर जाने से नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो सकती है. रसोई में चप्पल पहनकर जाने से खाने की ऊर्जा प्रभावित होती है, घर में कलह बढ़ती है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, रसोई में हमेशा साफ और हल्के कदमों से प्रवेश करना शुभ माना जाता है.

बेडरूम – मानसिक शांति का स्थान
बेडरूम वह जगह है जहां शरीर और मन दोनों आराम पाते हैं, यहां चप्पल पहनकर जाने से वातावरण भारी महसूस होता है
नींद प्रभावित होती है, तनाव और थकान बढ़ती है, बेडरूम में सकारात्मक और शांत ऊर्जा बनाए रखने के लिए इसे अधिकतम स्वच्छ और shoe-free रखना आवश्यक है.

क्यों माना जाता है ये अशुभ?
वास्तु के अनुसार, घर में पहनी जाने वाली चप्पलों पर बाहर की धूल-मिट्टी और नकारात्मक ऊर्जा भी आ सकती है. ये ऊर्जा:
घर में सुख-समृद्धि कम करती है, मानसिक तनाव बढ़ाती है, परिवार के सदस्यों के बीच अनबन कराती है. इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि घर के अंदर हल्की या अलग चप्पल रखें, लेकिन इन तीन स्थानों पर बिल्कुल न पहनें.

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