कुशीनगर जनपद के खड्डा तहसील क्षेत्र की ग्राम सभा सिसवा गोपाल में एक भावुक मिलन का दृश्य देखने को मिला, जब गांव के मूल निवासी तैयब अंसारी 45 साल बाद अपने घर लौटे. जानकारी के अनुसार, सन 1980 में शादी के कुछ समय बाद ही तैयब अंसारी घर से नाराज होकर बाहर चले गए थे.
तैयब अंसारी ने बताया कि वह लंबे समय तक घर से दूर रहने के कारण पंजाब में 15–16 वर्ष, इसके बाद राजस्थान और गांधीधाम (गुजरात) में अपने परिवार—पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहकर जीवन यापन करते रहे.
उन्होंने बताया कि SIR फॉर्म भरने की प्रक्रिया के चलते उन्हें अपने गांव वापस आना पड़ा, ताकि वे अपने पिता के वर्ष 2003 में हुए अंतिम SIR रिकॉर्ड और उस समय की मतदाता सूची को वर्तमान सूची से मिलान कर सकें. इसी औपचारिकता को पूरा करने के लिए वे दशकों बाद गांव पहुंचे.
तैयब अंसारी ने भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “सरकार ने SIR प्रक्रिया लागू कर हम जैसे बिछड़े हुए लोगों को अपने परिवार और गांव से मिल पाने का अवसर दिया है।”
ग्रामीणों के बीच वर्षों बाद लौटे तैयब अंसारी को देखने और उनसे मिलने की उत्सुकता साफ देखने को मिली।
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गांव के लोग भी तैयब अंसारी को अपने बीच देखकर भावुक हो उठे, उन्होंने बताया कि यह मिलन सिर्फ परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे गांव के लिए खुशी और भावनाओं से भरा अवसर था. तैयब अंसारी ने गांव लौटकर पुराने दिनों की यादों को ताजा किया और परिवार से मिलकर खुशी व्यक्त की, उन्होंने कहा कि इस बहाने ही सही, लेकिन SIR फॉर्म ने उन्हें अपने घर और परिवार से फिर एक बार जोड़ दिया.
रिपोर्ट- आनन्द सिंह/खड्डा
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