परिचय: चेनारी (SC) विधानसभा क्षेत्र बिहार के रोहतास जिले में है। यह सुरक्षित सीट है, जहां अनुसूचित जाति के उम्मीदवार ही चुनाव लड़ सकते हैं। इस क्षेत्र का ऐतिहासिक, सामाजिक और राजनीतिक महत्त्व है। कैमूर की पहाड़ियों से घिरा यह क्षेत्र मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है।
विधायक – मुरारी प्रसाद गौतम
दल – कांग्रेस
1. भौगोलिक स्थिति: चेनारी पश्चिमी बिहार में है, और उसकी सुंदरता पहाड़ियों से मिलती है। जमीन उपजाऊ है, और सोन नहर सिंचाई में मदद करती है। यहाँ का मौसम गर्म रहता है, और मानसून में अच्छी बारिश होती है।
2. आर्थिक स्थिति: यह इलाका ज्यादातर खेती से चलता है। गेहूं, धान, मक्का और दालें यहाँ उगाई जाती हैं। पशु-पालन और मजदूरी आम आय के स्रोत हैं। छोटे व्यापारी, बाजार और रोज का काम यहाँ बहुत हैं। औद्योगिक विकास कम होने से बेरोजगारी बढ़ती है।
3. जातीय संरचना: यहाँ दलित समुदाय का वर्चस्व है। पासवान, चमार और अन्य अनुसूचित जाति के लोग बहुतायत में रहते हैं। इसके साथ ही यादव, कुर्मी, भूमिहार, राजपूत और मुस्लिम समुदाय भी यहाँ हैं। जातीय पहचान से राजनीति और समाज की दिशा तय होती है।
4. राजनीतिक परिदृश्य: यह क्षेत्र जागरूक है और जातीय समीकरण, विकास और नेताओं की छवि पर वोट डालता है। यहां कई दलों का प्रभाव रहा है, जैसे राजद, जदयू, भाजपा और बसपा। आरक्षित सीट होने से दलित नेताओं को मौका मिलता है, पर जातीय समीकरण हर बार चुनाव को प्रभावित करते हैं।
5. ऐतिहासिक महत्व: यह इलाका कैमूर पहाड़ियों और रोहतासगढ़ किले के कारण प्रसिद्ध है। महाजनपद काल से ही यह क्षेत्र युद्ध-कौशल और रणनीति का केंद्र रहा है। आसपास कई पुरानी जगहें और धार्मिक स्थल भी हैं, जो इसकी सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ाते हैं।
निष्कर्ष: चेनारी एक ग्रामीण क्षेत्र है, जहाँ जातीय विविधता और सामाजिक चुनौतियां देखने को मिलती हैं। विकास में थोड़ी तेजी है, पर खेती, शिक्षा और रोज़गार अभी भी बड़ी समस्याएँ हैं। फिर भी, यहाँ की जनता जागरूक और राजनीतिक भागीदारी में सक्रिय है।
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