नरकटिया विधानसभा पूर्वी चंपारण जिले में है, जो बिहार का विधान हिस्सा है। यह क्षेत्र अपने इतिहास और समाजिक विरासत के लिए जाना जाता है। नरकटिया का क्षेत्र इस जिले का अहम हिस्सा है। इसे हम इन पहलुओं में समझ सकते हैं:
विधायक : शमीम अहमद
दल : राजद
आर्थिक स्थिति
आर्थिक तौर पर, नरकटिया की कमाई खेती से चलती है। यहाँ के लोग मुख्य रूप से धान, गेहूं, मक्का, जौ, दलहन और सब्जियां उगाते हैं। अभी छोटी-मोटी क्राफ्ट जैसे मूर्तिकला और हस्तशिल्प भी तेजी से बढ़ रहे हैं। यहाँ की मिट्टी उपजाऊ है, लेकिन मौसम की अनिश्चितता और सिंचाई की कमी किसानों की आमदनी को कम कर देती है।
रानीतिक स्थिति
राजनीति में, यहाँ के समाज के अलग-अलग वर्ग का असर दिखता है। चुनावों में जाति और समाज का अहम रोल रहता है। भाजपा, जदयू और कांग्रेस जैसी पार्टी यहाँ सक्रिय हैं। इस इलाके में जातिवाद का प्रभाव साफ देखा जाता है, क्योंकि यहाँ का वोटर समुदाय जाति के आधार पर फैसला करता है।
जातीय स्थिति
जातीय संरचना में, नरकटिया विविधता से भरा है। यादव, भूमिहार, राजपूत, पासी, दलित और मुस्लिम यहाँ के मुख्य ग्रुप हैं। सभी अपने-अपने रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। इन जातियों का मतदान पर बड़ा असर रहता है और चुनाव परिणाम इन पर आधारित होते हैं।
भौगोलिक स्थिति
भौगोलिक रूप से, नरकटिया पूर्वी चंपारण के दक्षिण-पूर्व में है। यहाँ नदी का पास होना यहाँ की जलवायु को प्रभावित करता है। यह जगह समतल है और नदी का पानी हवा में नमी लाता है। यहाँ का मौसम गर्म होता है और मानसून में खूब बारिश होती है।
ऐतिहासिक स्थिति
इतिहास में, नरकटिया का अपना खास महत्व है। महात्मा गांधी ने यहीं चंपारण सत्याग्रह किया था। यह आंदोलन किसानों के अधिकार के लिए था। इसने भारतीय आजादी संग्राम को नई दिशा दी। यहाँ के लोग भी उस संघर्ष में शामिल थे और आज भी इसकी यादें जीवित हैं।
इन सभी बातों से नरकटिया का सामाजिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि उसकी अलग पहचान बनाती है।
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