मथुरा/वृंदावन: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में इस समय भक्तों का ऐसा अभूतपूर्व सैलाब उमड़ा है कि प्रशासनिक व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं. पिछले तीन दिनों से लाखों श्रद्धालु ठाकुर जी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे गलियां, मार्ग और मंदिर परिसर तक भक्तों से पूरी तरह भर चुके हैं. मंदिर तक पहुंचने वाले सभी रास्तों पर भक्तों की इतनी भारी भीड़ उमड़ी कि आवागमन ठप हो गया है. स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा और यातायात व्यवस्था न होने के कारण हालात बेकाबू हो गए हैं। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे घंटों तक धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी के बीच फंसे रहे.
प्रशासनिक चूक उजागर
भक्तों की बढ़ती भीड़ के बावजूद कोई ठोस पूर्व तैयारी नहीं की गई, एसपी ट्रैफिक मनोज यादव और सीओ सदर संदीप सिंह समेत पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद जरूर है, लेकिन व्यवस्थाएं संभालने में नाकाम साबित हो रहा है. भगदड़ जैसी स्थिति बनने से जनहानि का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है.
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स्थानीयों का आरोप
ग्रामीणों और श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन के उच्च अधिकारी “ब्रज रज उत्सव” जैसे आयोजनों में व्यस्त हैं, जिसके चलते मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले लाखों लोगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
भीड़ नियंत्रण की मांग
स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है ताकि भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. श्रद्धालुओं का कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा और यातायात व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो यह भीड़ किसी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है. वृंदावन में इस समय आस्था और अव्यवस्था आमने-सामने खड़ी हैं — जहाँ भक्तों का समर्पण चरम पर है, वहीं प्रशासन की तैयारी शून्य दिखाई दे रही है.

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