बुखार एक सामान्य प्रतिक्रिया है जो शरीर किसी संक्रमण या बीमारी से लड़ते समय दिखाता है. कई लोग बुखार आते ही तुरंत दवाई लेने लगते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह आदत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.
हर बार दवाई लेने से होने वाले नुकसान
इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है- बुखार शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा है, लगातार दवा लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है.
लीवर और किडनी पर दबाव- बार-बार बुखार की दवाइयाँ लेने से लीवर और किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. लंबे समय तक यह नुकसानदेह साबित हो सकता है.
साइड इफेक्ट्स का खतरा- कुछ बुखार की दवाइयों के लगातार इस्तेमाल से पेट दर्द, उल्टी, एलर्जी या दमा जैसी समस्याएँ हो सकती हैं.
बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण में असर- हर बार दवा लेने से शरीर सही तरीके से संक्रमण से लड़ नहीं पाता, इसका असर शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली पर पड़ता है.
एक्सपर्ट की सलाह
डॉक्टर बताते हैं कि बुखार आने पर शरीर को आराम दें, तरल पदार्थ अधिक पिएँ और आवश्यकतानुसार ही दवा लें, यदि बुखार लगातार 2-3 दिन से अधिक रहता है या 102°F से ज्यादा है, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है. बुखार का मतलब हमेशा गंभीर बीमारी नहीं होता। समझदारी और सही देखभाल के साथ आप बिना दवाइयों के भी स्वस्थ रह सकते हैं.
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