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दिल्ली-आगरा रेल हादसा, यात्रियों की परेशानी बढ़ी, मरम्मत जारी

मथुरा: दिल्ली-आगरा मुख्य रेलवे लाइन पर मंगलवार रात हुए भीषण रेल हादसे के बाद बुधवार को भी राहत और मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर जारी है. जानकारी के अनुसार, पोल संख्या 1408 के पास वृंदावन रोड और आझई स्टेशन के बीच कोयला लदी मालगाड़ी के लगभग 13 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे दिल्ली, आगरा और मुंबई रूट की ट्रेनें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.
तेज धमाके जैसी आवाज से आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई और स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े.

डिब्बों में भरा कोयला खाली कराने में जुटी टीमें

हादसे के बाद रेलवे कर्मचारी, आरपीएफ और तकनीकी टीमें लगातार मोर्चे पर डटी हुई हैं, बेपटरी हुए डिब्बों को हटाने के लिए पोकलेन और जेसीबी मशीनों की मदद से कोयला खाली कराया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, रात भर चले अथक प्रयासों के बाद भी कार्य में समय लग रहा है, क्योंकि डिब्बों में भरा कोयला हटाना काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.

रेल ट्रैक और ओएचई लाइन क्षतिग्रस्त, रेलवे को लाखों का नुकसान

हादसे में रेलवे की पटरियां, स्लीपर और ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिक) लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस दुर्घटना से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. मरम्मत दल लगातार क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मत कर रहा है ताकि जल्द से जल्द ट्रेनों की आवाजाही शुरू की जा सके.

चौथी लाइन से मिल रही आंशिक राहत

हादसे के चलते अप और डाउन दोनों मुख्य ट्रैक बाधित हो गए थे. हालांकि देर रात तक रेलवे टीम ने चौथी लाइन से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है, जिससे कुछ ट्रेनों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है. इसके बावजूद कई महत्वपूर्ण ट्रेनें अब भी रुकी हुई हैं या उनके रूट में परिवर्तन किया गया है.

पहले भी हो चुका है हादसा, जांच के आदेश

स्थानीय लोगों और अधिकारियों के अनुसार, यह वही स्थान है जहाँ पहले भी मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतर चुके हैं. इस बार-बार हो रही घटनाओं के कारणों की जांच के लिए रेलवे ने उच्चस्तरीय टीम गठित की है. रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और जल्द से जल्द सामान्य यातायात बहाल करने का आश्वासन दिया है.

रिपोर्ट- सौरभ शर्मा

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