मुरादाबाद: तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय (टीएमयू) में बुधवार को मुरादाबाद एवं बरेली मंडल की मंडलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी–2025 का सफल आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में दोनों मंडलों के सभी जनपदों से आए प्रगतिशील किसान, कृषि वैज्ञानिक, विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रबी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने, किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराने तथा राज्य सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श करना था.
कार्यक्रम का शुभारंभ और तकनीकी सत्र
गोष्ठी की शुरुआत कृषक पंजीकरण कार्यक्रम से हुई, जिसके बाद तकनीकी सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने गेहूं एवं सरसों के उच्च गुणवत्तायुक्त बीज, रबी फसलों में खरपतवार नियंत्रण, फसल सुरक्षा, दलहनी फसलों की उन्नत खेती, सस्ती उत्पादन तकनीकें, उद्यानिकी/बागवानी तथा गन्ने के उत्पादन एवं गुणवत्ता वृद्धि जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी.
मुख्य वक्ताओं में डॉ. हसन तनवीर (केवीके बिलारी, मुरादाबाद), डॉ. नरेंद्र सिंह (धमौरा, रामपुर), डॉ. अरविंद (पल्था, सम्भल), डॉ. सतपाल (तारापुर, अमरोहा), डॉ. शिवांगी और डॉ. प्रतिमा गुप्ता (नगीना, बिजनौर) तथा डॉ. आर. डी. तिवारी, सेवानिवृत्त वैज्ञानिक, केंद्रीय गन्ना शोध संस्थान, शाहजहांपुर, शामिल रहे। विशेषज्ञों ने स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप व्यावहारिक सुझाव और टिकाऊ तकनीकें साझा कीं.
नीतिगत व किसान संवाद सत्र
उद्घाटन सत्र में जीवन प्रकाश, संयुक्त कृषि निदेशक, मुरादाबाद मंडल ने अतिथियों का स्वागत किया और मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, रबी रणनीति पर चर्चा सत्र का संचालन आञ्जनेय कुमार सिंह, आयुक्त, मुरादाबाद मंडल ने किया, जबकि भूपेंद्र एस. चौधरी, आयुक्त, बरेली मंडल ने रबी योजनाओं और नीतिगत कार्यान्वयन पर अपने विचार रखे.
किसान संवाद सत्र में मंडल के विभिन्न जनपदों से आए प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा किए। इनमें पीलीभीत से भुवनेश कुमार व नरेश गंगवार, बदायूं से वीरेश पाल व नरेश चंद्र, शाहजहांपुर से नरेंद्र कुमार व रोहित कुमार, बरेली से मुकर्रिव हुसैन व ओमप्रकाश, अमरोहा से शिवराज सिंह व बलवीर सिंह, बिजनौर से अक्षर देवरा व अंकुर त्यागी, रामपुर से हरदीप सिंह व बलविंदर मल्ली, मुरादाबाद से राजेश कुमार व गौरव कुमार, और सम्भल से दीपक शर्मा व रामवीर शामिल रहे, किसानों ने कृषि नवाचार, मृदा स्वास्थ्य, जैविक खेती, जल संरक्षण और ड्रोन-आधारित छिड़काव जैसे विषयों पर अपने अनुभव साझा किए.
राज्य स्तरीय अधिकारियों और मंत्रियों की भागीदारी
नीतिगत सत्र में डॉ. पंकज त्रिपाठी, कृषि निदेशक, उत्तर प्रदेश, तथा रविन्द्र, अपर मुख्य सचिव (कृषि) ने राज्य सरकार की नीतियों, लक्ष्यों और योजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया. राज्य सरकार की ओर से जे.पी.एस. राठौर (राज्य मंत्री, सहकारिता विभाग), बलदेव सिंह औलख (राज्य मंत्री, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान), और धर्मपाल सिंह (मंत्री, पशुधन एवं दुग्ध विकास) ने किसानों और अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने किसान सशक्तिकरण, नवाचार और तकनीकी अपनाने पर बल दिया।
कार्यक्रम में मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल भी उपस्थित रहे.
सम्मान व समापन
समापन सत्र में किसानों को प्रमाणपत्र, कृषि उपकरण और सम्मान-पत्र प्रदान किए गए, सभी विभागीय अधिकारियों, विश्वविद्यालय प्रशासन, आयोजक समिति, वक्ताओं और किसानों के योगदान की सराहना की गई. अंत में डॉ. योगेंद्र कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी, मुरादाबाद ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया, मंडल स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी–2025 ने कृषि क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी प्रसार और किसान सशक्तिकरण के लिए एक सुदृढ़ मंच प्रदान किया.
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